मालीपुर/अंबेडकरनगर/29 मई-
मालीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरन सैरपुर के पास अम्बेडकरनगर शाहगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भीषण दुर्घटना में राम सागर पाठक को काफी चोट पहुँची, स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें इलाज हेतु जिला अस्पताल अम्बेडकरनगर के लिए भेजा गया.देर से पहुँचे सिपाही इंद्रभान यादव और विकास विश्वकर्मा ने एक नया बखेड़ा खड़ा कर दिया और एक महिला और उसके लड़के को अपनी खाकी वर्दी का रुआब दिखाते हुए मोटरसाइकिल की चाभी छीन लिए और उनसे धन उगाही करने के लिए थाने ले जाने की धमकी देने लगे और अपनी दादागीरी दिखाने लगे,और महिला हाथ जोड़कर निर्दोष होने का विनम्र निवेदन करती रही, हद तो तब हो गई जब जिला अस्पताल से मरीज देखकर लौटे पत्रकार रतीराम पटेल और उनके छोटे भाई जो दुर्घटना के समय मौके पर मौजूद थे जिन्होंने दुर्घटना ग्रस्त मोटर साइकिल को स्वयं सड़क से किनारे किया (UP45A0828,UP45AH6642)और पीड़ित व्यक्ति के साथ वाले ब्यक्ति से यही पूछ रहे थे कि घायल ब्यक्ति किस गाँव के थे और कहा जा रहे थे? जिसका एक छोटा वीडियो बना रहे थे, जिससे कि पीड़ित व्यक्ति का नाम, ग्राम, पता आदि में स्पष्ट लेखन किया जा सके. तभी एकाएक यू पी पुलिसआरक्षी मालीपुर थाना अंतर्गत इन्द्रभान यादव ने पत्रकार के हाथ से मोबाइल फोन छीन लिया और पत्रकार आईडी भी ले लिए, सारी जनता के सामने फर्जी पत्रकार कहकर आईडी कार्ड छीन लिया और बनाया हुआ वीडियो और दुर्घटना की खींची हुई तस्बीरे मोबाइल फोन से डिलीट कर दिये और थाने में बंद करने की धमकी देने लगे, अंत में बड़े हिदायत के साथ मोबाइल फोन और पत्रकार आईडी वापस कियेऔर कहा कि तुम लोग औकात मे रहकर फोटो लिया करो. जिनके दादागीरी की कुछ वीडियो मेरे पास है. आखिर पुलिस प्रशासन पत्रकारों से इतनी नफरत क्यो है?वहाँ पर उपस्थित लोगों ने पुलिस के ऐसे कारनामे से खुश नही थी, आखिर एक पत्रकार जब तक सच्चाई नही जान पाएगा तब तक क्या लिख सकता है? मैं सरकार एवं प्रशासन से विनम्र निवेदन करता हूँ कि ऐसे भ्रष्ट पोलिस कर्मचारियों के ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाय और तभी न्याय हो पाना संभव हो सकेगा और आम जनता में कर्मचारियों के प्रति सम्मान एवं विश्वास जगेगा. सवाल यह है कि अगर इस तरह से शासन प्रशासन के लोग पत्रकारों का उत्पीड़न करेगे तो एक पत्रकार सच्ची खबर को लोगों तक कैसे पहुचायेगा।
रतीराम पटेल के मास न्यूज़ अखंडनगर सुलतानपुर