गुजरात की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) और फरीदाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने संयुक्त ऑपरेशन में आईएसआईएस से जुड़े एक शख्स को गिरफ्तार किया है. फरीदाबाद में पकड़े गए अब्दुल रहमान ने राम मंदिर पर हमले की साजिश का खुलासा किया है. जांच एजेंसियों की पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह दो बार अयोध्या जाकर मंदिर की रेकी कर चुका था. उसे दो हैंड ग्रेनेड भी दिए गए थे, जिनका इस्तेमाल कर हमले की योजना थी.
धमाके की योजना सफल हो जाए उससे पहले ही गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि अब्दुल को यह हथियार किसी हैंडलर के जरिए मिले थे, जिसका लिंक पाकिस्तान से जुड़ा हो सकता है.
गिरफ्तारी के बाद क्या पता चला?
अब्दुल के पास से हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए गए, जिस पर किसी देश की कंपनी का निशान नहीं था. एजेंसियां अंदाजा लगा रही हैं कि यह आतंकियों के जरिए सप्लाई हुआ होगा. शुरुआती जांच में पता चला कि अब्दुल रहमान पाकिस्तान में बैठे किसी आतंकी संगठन के संपर्क में था. उसने पुलिस को बताया कि वह पहले फैजाबाद में जमात में शामिल हुआ था, जहां उसकी मुलाकात एक संदिग्ध व्यक्ति से हुई. इसी दौरान, उसे आतंकी हमले के लिए तैयार किया गया और हथियार उपलब्ध कराए गए. जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल है.