आजमगढ़, जिले के मेहनगर स्थानीय तहसील मेहनगर के जयचंदपुर गांव में एक कुएं में सांड के गिरने की सूचना ग्रामीणों ने लेखपाल को सूचना दी, लेखपाल ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए उपजिलाधिकारी को सूचना दी , उपजिलाधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचकर थाना अध्यक्ष तरवां फायरब्रिगेड तथा DYCVO के साथ मौके पर पहुंचकर कठिन परिश्रम के बाद ग्रामीणों के सहयोग से सांड को निकालने में सफल रहे।
सरकार के सख्त निर्देश के बाद भी नगरपालिका, नगर पंचायत, ग्राम प्रधान , ग्राम सचिव को किसी भी प्रकार की चिंता नहीं कर रहे हैं, जब कि सरकार बार बार निर्देश देते हुए कहा है आये दिन छुट्टा पशुओं के कारण किसानों , राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिसे देखते हुए सरकार नगरपालिका, नगर पंचायत, ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव को सख्त निर्देश देते हुए कहा हैं कि छुट्टा पशुओं को गाड़ी में लादकर गोशाला या उचित स्थान पर छोड़ दें, लेकिन ऐसा नहीं होने के कारण पशु आये दिन रोड पर, तालाब में , कुएं में गिरकर मर जाते है, जब कि शासन के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करके गोशाला, पशुओं के चारा में खर्च होता है।
वहीं पर उपजिलाधिकारी संत कुमार रंजन ने लेखपाल को निर्देशित करते हुए कहा कि कुएं को तत्काल ढकवां दें, ताकि और भी कोई इस तरह की घटना ना होने पाए।आजमगढ़, जिले के मेहनगर
उपजिलाधिकारी ने गिरे हुए कुएं में गोवंश (सांड )की बचाई जान।
स्थानीय तहसील मेहनगर के जयचंदपुर गांव में एक कुएं में सांड के गिरने की सूचना ग्रामीणों ने लेखपाल को सूचना दी, लेखपाल ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए उपजिलाधिकारी को सूचना दी , उपजिलाधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचकर थाना अध्यक्ष तरवां फायरब्रिगेड तथा DYCVO के साथ मौके पर पहुंचकर कठिन परिश्रम के बाद ग्रामीणों के सहयोग से सांड को निकालने में सफल रहे।
सरकार के सख्त निर्देश के बाद भी नगरपालिका, नगर पंचायत, ग्राम प्रधान , ग्राम सचिव को किसी भी प्रकार की चिंता नहीं कर रहे हैं, जब कि सरकार बार बार निर्देश देते हुए कहा है आये दिन छुट्टा पशुओं के कारण किसानों , राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिसे देखते हुए सरकार नगरपालिका, नगर पंचायत, ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव को सख्त निर्देश देते हुए कहा हैं कि छुट्टा पशुओं को गाड़ी में लादकर गोशाला या उचित स्थान पर छोड़ दें, लेकिन ऐसा नहीं होने के कारण पशु आये दिन रोड पर, तालाब में , कुएं में गिरकर मर जाते है, जब कि शासन के द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करके गोशाला, पशुओं के चारा में खर्च होता है।
वहीं पर उपजिलाधिकारी संत कुमार रंजन ने लेखपाल को निर्देशित करते हुए कहा कि कुएं को तत्काल ढकवां दें, ताकि और भी कोई इस तरह की घटना ना होने पाए।