सुल्तानपुर
पिता की हत्या और मां के जेल जाने से तीन मासूम बच्चे अनाथ हो गए। बूढ़ी दादी और गरीब चाचा किसी तरह उनका सहारा बने हुए हैं। ऐसे कठिन वक्त में खाकी ने इंसानियत की मिसाल पेश की है।सोमवार को सीओ लंभुआ अब्दुस सलाम खान, चांदा थानाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह और क्राइम इंस्पेक्टर तनवीर खां किंदीपुर स्थित मृतक महेश के घर पहुँचे। पुलिस टीम की गाड़ियां आते ही परिवार सहम गया, लेकिन अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि घबराने की जरूरत नहीं, वे मदद के लिए आए हैं।इसके बाद सरकारी गाड़ी से गेहूं, चावल, आटा, आलू सहित जरूरी राशन और गृहस्थी का सामान उतारकर बच्चों को सौंपा गया। पुलिस अधिकारियों ने बच्चों को दुलारते हुए कहा कि प्रशासन हर संभव मदद करेगा। सीओ अब्दुस सलाम ने कहा हम भी परिवार से हैं और इंसानियत यही कहती है कि एक-दूसरे की मदद करें।इस मौके पर एसआई चुन्नू लाल, हेड कांस्टेबल मोहन यादव, कांस्टेबल अनुराग पाल, कांस्टेबल विकास व चालक सोनू मौजूद रहे। वहीं ग्राम प्रधान शेर बहादुर यादव, पंकज सिंह, केदारनाथ सिंह, संतोष कुमार अग्रहरी और उमाशंकर यादव समेत भारी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हुए और पुलिस की इस पहल की सराहना की।गौरतलब है कि कुछ दिन पहले महेश की पत्नी पूजा और उसके प्रेमी डंगर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दोनों ने अवैध संबंधों के चलते महेश की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी।
के मास न्यूज सुल्तानपुर