मुड़ीला/कादीपुर
कादीपुर विधानसभा क्षेत्र का माहौल कुछ अलग था। सुबह से ही कच्ची गलियों में बच्चों के हाथों में तिरंगे और चौपालों में गूंजते “भारत माता की जय” के स्वर… यह कोई साधारण दिन नहीं था। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले भाजपा जिला मंत्री राजेश सिंह उन परिवारों तक पहुंचे, जिनके बेटे ने अपनी जान देश पर न्योछावर की या फिर जीवन का स्वर्णिम समय सेना की सेवा में बिताया।
जब सम्मान के साथ छलक पड़े आंसू
कुंदा भैरोपुर में वीर शहीद वीरेंद्र प्रताप यादव (बीएसएफ) के घर पहुंचकर जब राजेश सिंह ने पिता हनुमान यादव, मां और भाई महेंद्र यादव को अंगवस्त्र ओढ़ाया, तो भीड़ में सन्नाटा छा गया। पिता की आंखों में बेटे की वीरता का गर्व और बिछोह का दर्द दोनों साथ दिखाई दिए। मां ने बस इतना कहा — “बेटा गया… पर उसकी मिट्टी की खुशबू अभी भी आंगन में है।”
नगरी में वीर शहीद निलेश सिंह के पिता राम प्रसाद सिंह ने अंगवस्त्र को माथे से लगाकर कहा — “यह सम्मान मेरे बेटे की अमर कहानी का प्रमाण है।”
मलिकपुर नोनरा में वीर शहीद महेंद्र प्रताप (सब इंस्पेक्टर, बीएसएफ) के पिता राम शब्द यादव, मां और भाई को सम्मानित करते समय पूरा गांव “वीर जवान अमर रहें” के नारों से गूंज उठा। छोटे भाई ने अंगवस्त्र को हृदय से लगाकर कहा — “यह मेरे भाई का अमर आशीर्वाद है।”
पूर्व सैनिकों का भी बढ़ाया गौरव
सम्मानित होने वालों में
सूबेदार मेजर सत्येंद्र सिंह (गिधौना)
कर्नल ओंकार नाथ तिवारी (अलीपुर)
राजेंद्र प्रताप मिश्र (रिटायर्ड नौसेना, अलीपुर)
शामिल रहे। बच्चों ने उनसे सेना जीवन के प्रेरक किस्से सुने, जिनमें अनुशासन, साहस और देशभक्ति की सीख थी।गांव-गांव बिखरा देशभक्ति का रंग बुजुर्गों ने शहीद परिवारों को आशीर्वाद देते हुए कहा — “तुम्हारे बेटे का लहू देश की नसों में दौड़ रहा है।”
भाजपा जिला मंत्री राजेश सिंह ने कहा — “सैनिक केवल अपने घर-परिवार के नहीं, बल्कि पूरे भारत के होते हैं। उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए मशाल है, जिसे कभी बुझने नहीं देंगे। सरकार और पार्टी उनके सम्मान व भलाई के लिए हरसंभव प्रयास करती रहेगी।”
विवेक कुमार पत्रकार मुडिला