कादीपुर/सुलतानपुर
सुल्तानपुर। पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की रिहाई की माँग को लेकर भारतीय चमार महासभा के हजारों कार्यकर्ताओं ने सुल्तानपुर में ज़ोरदार प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। महासभा ने इस मामले को दलित, पिछड़े और वंचित समाज के खिलाफ गहरी साजिश करार देते हुए आरोप लगाया कि गायत्री प्रसाद प्रजापति को सत्ता के षड्यंत्र के तहत फँसाया गया है। संगठन ने मांग की कि उनकी गिरफ्तारी के पीछे की राजनीति और न्यायिक अनियमितताओं की निष्पक्ष जाँच कराई जाए।भारतीय चमार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय राणा चमार ने इस दौरान कहा कि गायत्री प्रसाद प्रजापति सिर्फ़ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि वंचित समाज की आवाज़ हैं, जिन्हें दबाने की साज़िश की गई। उन्होंने कहा कि आज अगर दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यकों का कोई मजबूत नेता खड़ा होता है, तो सत्ता तंत्र उसे कुचलने में जुट जाता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप नहीं किया तो देशभर में बड़ा आंदोलन होगा।प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट तिलकधारी ने कहा कि गायत्री प्रसाद प्रजापति की रिहाई की जाए और उनके ऊपर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच हो, क्योंकि इसमें राजनैतिक षडयंत्र दिखाई पड़ता है। इसलिए इस मामले की जांच जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि अगर मांगे नहीं मानी जाती हैं, तो राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार जल्द प्रदेश व देश के प्रत्येक जनपदों में आंदोलन किया जाएगा।सभा में राष्ट्रीय महासचिव ध्रुवनारायण विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष अनिल कुमार, राष्ट्रीय सचिव निसार अंसारी, यूथ अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश, महिला अध्यक्ष अंकिता सहित हजारों लोग मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि गायत्री प्रसाद प्रजापति को साजिशन जेल में डालकर बहुजन समाज को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। सरकारें जब ऊँची जातियों के नेताओं के मामलों में नरमी दिखाती हैं, तो फिर बहुजन समाज के नेताओं के साथ भेदभाव क्यों किया जाता है?महासभा ने अपने ज्ञापन में एससी-एसटी एक्ट को सख्ती से लागू करने, बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने, महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने और आरक्षण नीति की पूरी तरह से निगरानी करने की माँग भी रखी। लेकिन सबसे अहम माँग गायत्री प्रसाद प्रजापति की रिहाई की रही, जिसे सभा के हर कार्यकर्ता ने सबसे बड़ा मुद्दा बताया.सभा के अंत में चेतावनी दी गई कि अगर जल्द ही न्याय नहीं मिला तो भारतीय चमार महासभा देशव्यापी आंदोलन छेड़ेगी और दिल्ली कूच करने से भी पीछे नहीं हटेगी। इस प्रदर्शन से साफ़ हो गया कि बहुजन समाज अब चुप बैठने वाला नहीं है, बल्कि अपने हक के लिए सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेगा।
के मास न्यूज कादीपुर