आज़मगढ़ मेहनगर थाना क्षेत्र के ग्राम सभा सिसवा में शनिवार को दो मुहल्लों में एक ही रात दो रिहायशी घरों से हुई अलग-अलग चोरियों में नगदी व जेवर सहित लाखों के सामान अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर लिये गये। दोनों पीड़ितों ने रविवार को सुबह डायलड 112 पर अज्ञात चोरों के खिलाफ अपनी अपनी शिकायत दर्ज करने सहित चोरी का पर्दाफाश किये जाने की मांग किया है। इस दुस्साहसिक चोरी से ग्रामवासियों में दहशत का माहौल है ,तथा पीड़िता के घर पहली चोरी की घटना होने से रोते बिलखते नजर आ रहे थे।सिसवा गांव मुहल्ला(एकला) निवासी चिन्ता पत्नी रामसमुझ यादव अपनी बेटी खुशबू की शादी अप्रैल माह में तय किया था,जिसके सिलसिले में दो बेटे व पति मुंबई में रहते है। पीड़िता एक गूंगा बेटा विशाल व बेटी के साथ घर पर रहती थी। शनिवार की रात नित्य की भाँति खाना पीना खाकर घर के एक कमरे में दरवाजा बंद करके सोये थे , घर की खिड़कियों के सहारे छत पर चढ़कर चोर रात में घर के अंदर घुस गये,पीड़िता जिसमें अपने बच्चों के साथ सोई थी उसे चोरों ने बाहर से कुंडी लगाकर घर को पूरी तरह से खंगाल कर धर में रखे पांच थान ,बहु के व बेटी के शादी की तैयारी के लिए चेन,बाली,पायल व दस साड़ी पर हाथ साफ करने के बाद घर मे दारू की सीसी छोड़ कर फरार हो गये। रात दो बजे के करीब जब कुछ शंका हुआ तो दरवाजा खोलना चाहते तो बाहर से बंद था। पीड़िता की चीख पुकार सुनकर जबतक ग्रामीण पहुचते दरवाजा खोला तो धर के सभी सामान बिखरे पड़े थे ,जिसे देखकर दहाड़े मार कर रोने लगी। इसकी सूचना डायलड 112 को दिया। पुलिस मौके पर पहुच कर छानबीन कर वापस चली गई। इसी क्रम में 300 मीटर दूर सिसवा गांव मुहल्ला(हैदराबाद) निवासी परशुराम यादव पुत्र रामफेर शनिवार को परिवार के साथ भोजन करने के बाद घर के बरामदे में सोए थे उनकी पत्नी के कमर में चोट लगने से परिवार के सभी सदस्य बाहर ही थे।शनिवार की रात में अज्ञात चोरों ने रिहायसी घर के पीछे बने गेट को तोड़ कर तथा घर मे घूस कर आलमारी से पन्द्रह हजार नगदी समेत 15 थान ,जेवरात व 2बक्शा,4अटैची सहित चुरा ले गये। एक ही रात दो घरों में चोरी की घटना को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बाबत थाना प्रभारी निरीक्षक क्राइम इंस्पेक्टर राजेश मिश्रा से पूछे जाने पर बताया कि चोरी की सूचना पर हल्का दरोगा व पुलिस मौके पर गयी हैं, तहरीर अभी नही मिली छानबीन शुरू कर दिया गया है
एकही रात दो घरों में लाखों की चोरी ,ग्रामीणों में दहशत
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