अंबेडकरनगर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कब्रों पर जाकर पढ़ा फातिहा, रात भर अदा की नमाज और की तिलावत

0
73

अंबेडकरनगर/जिले भर में शबे बारात की रात मुस्लिम समुदाय के लोग जहां कब्रिस्तान जाकर अपने बुजुर्गों की कब्रों पर फातिहा पढ़ा वही रात भर मस्जिदों में इबादत अदाकर अपनी गुनाहो की तौबा मांगी। वहीं मुस्लिम महिलाओं ने घरों में इस रात घर पर रह कर नमाज अदा की, कुरान की तिलावत करके अल्लाह से दुआएं मांगी।
कोरोना कॉल के बाद हटी पाबंदी तो कब्रिस्तानों में लगी अकीदत मंदों की भीड़
शहर के सभी कब्रिस्तान जहां जगमगा रहे थे। वहीं बड़ी संख्या में अकीदत मंद लोगों ने मस्जिदों और मजारों को भी झालरों आदि से सजा रखा था। इसके अलावा कब्रिस्तान में आने वाले लोगों ने अपने-अपने माता-पिता व घर वालों की कब्रों पर मोमबत्तियां जलाकर उसे जगमा रखा था। लोगों कब्रों पर जहां फातिहा पढ़ा वहीं कुरआन की तिलावत भी किया। अकबरपुर शहर के मेलहिया बाग स्थित कर्बला व कब्रिस्तान का काम देखने वाले मोहम्मद सलीम और वजीहुद्दीन सलमानी ने बताया कि दो साल के कोरोना कॉल के बाद इस बार जब पाबंदी हटी तो अकीदतमंद बड़ी संख्या में पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि कोरोना कॉल में भी लोग शबे बारात पर अपने बुजुर्गों की कब्रों पर आए लेकिन कम आए थे।मजारों पर भी अकीदत मंद सैकड़ों की संख्या में पहुंचे। सभी ने यहां फातिहा पढ़ा और अपने व मुल्क की सलामती के लिए दुआएं मांगी। खास बात यह रही कि इस बार होली और शबे बारात का पर्व एक साथ पड़ा था लेकिन बरसों से गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करने वाले अंबेडकरनगर जिले में हिंदू-मुस्लिम ने इस तरह त्योहार मनाया कि सभी प्रशंसा करते नहीं थक रहे। उधर सड़कों पर भारी भीड़ भी देखने को मिली। एक ओर जहां लोग होली मिलने के लिए टोलियों में जा रहे थे तो दूसरी ओर लोग मजारों और कब्रिस्तान जाने के लिए सड़कों पर दिखाई दिए। जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम कर रखे थे

In