आजमगढ़ :प्रयागराज में शुक्रवार को बसपा विधायक रह चुके राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह उमेश पाल की सरेआम बम और गोलियों से हमले में उमेश पाल और उनके गनर की मौत हो गई थी। मृतक गनर संदीप निषाद पुत्र संतराम निषाद उम्र 26 वर्ष आजमगढ़ जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के बिशनपुर गांव का रहने वाला था ।संदीप का शव शनिवार की शाम को प्रयागराज में पोस्टमार्टम के बाद आजमगढ़ पैतृक गांव में देर रात को पहुंचा। परिजन में कोहराम मच गया। परीजनो और क्षेत्र के लोगों ने सरकार से अपील कि परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख की सहयोग राशि कि मांग कि थी। अधिकारियों के भरोसा दिलाने के बाद रविवार को सुबह पुलिस के वाहन से शहीद संदीप के शव यात्रा निकाली गई । इसमें सैकड़ों की संख्या में गांव व आसपास के लोग मौजूद रहे। इसी दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा संदीप तेरा नाम रहेगा और संदीप अमर रहे के नारे लगे। संदीप के शव का अंतिम संस्कार फूलपुर क्षेत्र के महर्षि दुर्वासा धाम पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इससे पहले जब से घटना की सूचना परिजनों को मिली थी, यहां पर मातम छाया हुआ था ।
मृतक संदीप का परिवार बेहद ही गरीब है, संदीप का विवाह 2 वर्ष पूर्व हुआ था और 1 वर्ष पूर्व से ही वह उमेश पाल की सुरक्षा में तैनात थे। संदीप के दो भाई दीपचंद व प्रदीप,बहन संगीता है। इसमें संदीप का छोटा भाई प्रदीप अभी अविवाहित है। बाकी सभी लोग का विवाह हो चुका है। संदीप की मां सुमंत्रा देवी का रो रो कर बुरा हाल है ।