गाजीपुर। अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने तेरही का बहिष्कार किया और उसकी जगह श्रद्धांजलि कार्यक्रम किया गया। आपको बताते चलें, कि अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के जिला संरक्षक हरिद्वार यादव ने अपने बड़े भाई राम अवध यादव के पुत्र स्व.अनिल कुमार यादव (इंजीनियर, कोल माइन) की असामयिक मृत्यु के बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें हरिद्वार यादव ने कहा, कि मृत्यु भोज समाज में फैली हुई कुरीति है, यह समाज के लिए अभिशाप की तरह है, इसका बहिष्कार होना चाहिए, अंधविश्वास और पाखंड के कर्मकांड से दूरी बनाने में हमारी घर की औरतों को भी बढ़-चढ़कर पुरुषों का साथ देना चाहिए। मृतक के परिजनों ने बताया कि अनिल कुमार यादव कोल माइन बेंगलुरु में इंजीनियर के पद पर तैनात थे। किसी काम से अपनी बाइक से कहीं जा रहे थे, और रास्ते में 14 जुलाई को एक्सीडेंट होने से 24 जुलाई को इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। परिजनो एवं शुभचिंतकों को मृत्यु की खबर मिलते ही शोकाकुल हो उठे। वही जिला अध्यक्ष भरथ यादव ने कहा, कि रूढ़िवादिता का समूल नष्ट करने के लिए समाज और सजातीय संगठन को संकल्प लेना जरूरी है। वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष राम विजय यादव ने कहा, कि तेरहवीं प्रथा इतना खर्चीला हो गया है, कि कई दु:खी परिवारों की इलाज में पहले ही कमर टूट जाती है। इसके बाद तेरही करने हेतु कर्ज लेना पड़ता है। जिला उपाध्यक्ष राम ज्ञान यादव ने कहा, कि मृत्यु भोज, कुप्रथा जो बरसों से चली आ रही है, बंद होनी चाहिए। जिले में कई ऐसे लोग हैं, जो अच्छी पहल करते हुए मृत्युभोज पर प्रतिबंध लगा रहे है। जिला महासचिव प्रवीण यादव ने कहा, कि श्री कृष्ण जी ने ‘गीता’ में कहा है, कि आत्मा अजर, अमर है, आत्मा का नाश नहीं हो सकता, केवल युगो युगो तक शरीर बदलती है। पूर्व प्रधानाचार्य अमर नाथ यादव ने कहा कि शोक में करवाया गया, भोजन व्यक्ति की ऊर्जा का नाश करता है। संगठन के सदर ब्लाक अध्यक्ष संग्राम यादव ने भी बताया, कि कुप्रथा शोक की ऐसी लहर है जो, कि निर्धन व्यक्ति पर आर्थिक बोझ बन कर उसे कर्ज की ओर ले जाती है। ऐसी सामाजिक कुप्रथा को बंद होना चाहिए। उपेन्द्र यादव ने बताया कि संविधान में 1960 में मृत्यु निवारण अधिनियम बनाया गया। इस अधिनियम को पालन करवाने हेतु पुलिस को हिदायत दी गई। राज्य में कोई भी व्यक्ति मृत्यु भोज नहीं कर सकता और ना हीं उसमें शामिल हो सकता। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्थान गवर्नमेंट में मृत्यु भोज पर पूरा प्रतिबंध लगाया गया है। शिक्षक मनोज यादव ने भी बताया कि नारी शक्ति को भी इस कर्मकांड को खत्म करने के लिए बढ़ चढ़कर आगे आना चाहिए। समाजसेवी नगीना यादव एवं पूर्व प्रधान हृदय नारायण यादव ने बताया, कि श्रद्धांजलि सभा के माध्यम से एक संदेश प्रस्तुत किया गया, कि अनावश्यक खर्च से बचा जा सके।श्रद्धांजलि सभा को अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के जिला संरक्षक हरिद्वार यादव, जिला अध्यक्ष भरत यादव,राम विजय यादव, रामज्ञान यादव, प्रवीण यादव, अमरनाथ यादव, संग्राम यादव, अविनाश यादव, राम बचन यादव, अखिलेश यादव, डा. सुनील कुमार सिंह, नगीना यादव, हृदय नारायण यादव, शिव कुमार सिंह, दिनेश चंद्र राय, प्रमोद मिश्रा आदि ने भी संबोधित किया। आए हुए अतिथियों का स्वागत जिला अध्यक्ष भरथ यादव, रामविजय यादव, मनोज यादव ने किया। आभार हृदय नारायण यादव पूर्व प्रधान ने किया और संचालन नगीना यादव ने किया।
जय प्रकाश चंद्रा
ब्यूरो चीफ के मास न्यूज, गाजीपुर