पत्रकार मनोज कुमार की रिपोर्ट
शाहगंज – कोतवाली क्षेत्र के बड़ागांव में सोमवार को ऐतिहासिक जुलूस-ए-अमारी निकाला गया। यह जुलूस हुसैनी मिशन के अध्यक्ष सैयद जीशान हैदर के नेतृत्व में प्रातः चार बजे नमाज-ए-सुबह के बाद पंजा-ए-शरीफ से शुरू होकर मगरिब के समय चहार रौजा पर जाकर सम्पन्न हुआ।इस दौरान अंजुमनों ने अलग-अलग अंदाज में नौहा और मातम पेश किया। अलम, जुलजनाह और अमारियां आकर्षण का केंद्र बने रहे। देश के विभिन्न हिस्सों से आई दर्जनों अंजुमनों के साथ ही विदेश से आए श्रद्धालुओं ने भी इस ऐतिहासिक जुलूस में भाग लेकर आस्था का परिचय दिया।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह सेवा शिविर लगाए गए। अंजुमन तमन्ना-ए-जहरा की ओर से चाय और शरबत का इंतज़ाम किया गया, वहीं शाहगंज रोडवेज पर भी दो स्थानों पर सबील लगाई गई। जुलूस के दौरान मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ हिंदू समाज के लोग भी शामिल हुए और भाईचारे का संदेश दिया।
कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान, कोतवाली प्रभारी दीपेंद्र सिंह, चौकी प्रभारी मुन्नालाल शर्मा सहित सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनात रहे।धर्मगुरुओं मौलाना वसी हसन फैजाबादी, मौलाना हसन मेंहदी गाजीपुरी और मौलाना मिर्जा जाफर लखनऊ सहित कई विद्वानों ने कर्बला की जंग का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन ने अहिंसा और इंसानियत की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।कार्यक्रम का सफल संचालन सैयद परवेज मेहंदी और असगर मेहंदी गुड्डू ने किया।