प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जेल में न्यायिक हिरासत में चल रहे महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री (Maharashtra Minister) नवाब मलिक ( Nawab Malik) के खिलाफ आज गुरुवार को 5,000 से अधिक पन्नों का आरोपपत्र (5000-page chargesheet) दाखिल किया. ईडी ने भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) से संबद्ध धन शोधन (PMLA) के इस मामले में दो माह के अंदर चार्जशीट दायर कर दी है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता मलिक को दाउद से जुड़े 300 करोड़ रुपए की संपत्ति के मामले में 23 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था. वह अभी न्यायिक हिरासत में हैं.ईडी का मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा वर्ष 1993 मुंबई धमाकों के आरोपी और वैश्विक आंतकवादी घोषित दाऊद इब्राहिम और उसके सहायकों के खिलाफ हाल में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून के तहत दर्ज एक प्राथमिकी पर आधारित है.केंद्रीय वित्तीय जांच एजेंसी ने इससे पहले हिरासत में लेने के लिए हुई सुनवाई के दौरान अदालत से कहा था कि मलिक मुख्य षड्यंत्रकर्ता और लाभार्थी हैं. ईडी ने आरोप लगाया कि अवैध रूप से इन संपत्तियों पर कब्जा के लिए उन्हें दाऊद इब्राहिम गिरोह के अहम सदस्यों से धन मिला.एजेंसी ने दावा किया कि इन संपत्तियों को हड़पने के लिए दाऊद इब्राहिम के गिरोह के सदस्यों और नवाब मलिक ने साठगांठ की और इस आपाधिक कृत्य को वास्तविक दिखाने के लिए कई कानूनी दस्तावेजों में हेरफेर की.ईडी ने बताया कि हिरासत में लेकर पूछताछ के दौरान (पूर्व में गिरफ्तार) इकबाल कासकर (दाऊद इब्राहिम का भाई) ने बहन हसीना पार्कर को लेकर कई खुलासे किए, जिनमें उसकी मुंबई में निर्दोष नागरिकों से उच्च मूल्यों की संपत्ति को दाऊद गिरोह का भय दिखा हड़पने में उसकी संलिप्तता शामिल है.
ED ने नवाब मलिक के ख़िलाफ़ 5000 पन्नो का चार्टशीट दाख़िल किए और कई गम्भीर आरोप लगाए
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