गाजीपुर। जनपद के सैदपुर तहसीलक के पूर्व लिपिक व वर्तमान में सेवराई तहसील मे पदस्थ लिपिक शकील अहमद ने चाय-नाश्ता के नाम पर किया लाखों रुपए का गबन। आपको बताते चले कि, सैदपुर तहसील मे किये पूर्व के भ्रष्टाचार वाले मुकदमे में गिरफ्तारी के बाद कानूनी रूप से नौकरी की बहाली पाकार शकील अहमद अभी दो दिन पूर्व ही सेवराई तहसील मे स्थानांतरित हुआ था। गुरुवार को उसके द्वारा किए गए लाखो रुपये के गबन का नया खुलासा हुआ है। जिसके बाद जिलाधिकारी आर्याका अखौरी के निर्देश पर सैदपुर के तहसीलदार देवेंद्र यादव ने लिपिक शकील अहमद सहित कुल 4 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जिसके बाद पुलिस तत्काल हरकत में आ गई और दो आरोपित चाय विक्रेता है, उनकी गिरफ्तारी कर जांच में जुट गई है। बताते चले कि, स्थानांतरण के बाद वर्तमान में सेवराई तहसील में कार्यरत मुहम्मद शकील सैदपुर तहसील में बहुत ही लंबे समय से बाबू के पद पर कुंडली मारकर बैठा था और नजारत का काम देखता था। इसके बाद सैदपुर तहसील से स्थानांतरण के पूर्व मालखाने का काम देखने लगा। इस बीच उसने जमकर भ्रष्टाचार किया। वर्ष 2021 में भी उसने जमकर भ्रष्टाचार किया था, जिसका खुलासा हुआ तो पता चला कि, उसने सरकारी वाहनों में तेल भराने के लिए फर्जी हस्ताक्षर करके लाखों रूपए का गबन किया था। उस मामले का खुलासा होने पर डीएम के आदेश पर तत्कालीन तहसीलदार नीलम उपाध्याय ने उसके व एक पंपकर्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकमे उसे निलंबित कर दिया गया था, लेकिन कोर्ट के जरिए उसकी बहाली हो गई। इसके बाद उसका स्थानांतरण यहां से हो गया। जिसके बाद सैदपुर तहसील मे अन्य कर्मचारी के आने के बाद, उसके एक नए लाखों रूपए के घोटाले का खुलासा हुआ। अचानक हुई कार्रवाई से तहसील के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।
जय प्रकाश चंद्रा, ब्यूरो चीफ गाजीपुर