महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) के पुत्र ने उनके पिता को जमानत पर छुड़ाने के लिए एक व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर तीन करोड़ रुपये की मांग करने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता मलिक को पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया था. पुलिस अधिकारी ने कहा कि मंत्री के बेटे आमिर मलिक की शिकायत के बाद वी बी नगर पुलिस ने बुधवार देर रात अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की.शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्हें एक ईमेल मिला जिसमें प्रेषक ने खुद को इम्तियाज बताते हुए कथित तौर पर कहा कि वह राकांपा नेता नवाब मलिक को जमानत पर बाहर निकालने की कोशिश करेगा और उसने इसके लिए बिटकॉइन में तीन करोड़ रुपये की मांग की. आमिर मलिक ने कहा, ‘‘मैंने प्राथमिकी दर्ज कराई है, लेकिन इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दे सकता क्योंकि यह एक गोपनीय मामला है.’’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें धारा 419 (रूप बदलकर धोखाधड़ी करना), 420 (धोखाधड़ी) और सूचना प्रौद्योगिकी कानून के प्रावधान शामिल हैं. मामले में आगे जांच की जा रही है.’’नवाब मलिक को ईडी ने इस साल 23 फरवरी को धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के तहत भगोड़े अपराधी दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों से कथित रूप से जुड़े एक संपत्ति सौदे को लेकर गिरफ्तार किया था. मलिक इस समय न्यायिक हिरासत में हैं और मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद हैं.
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की रिहाई के लिए माँगे 3 करोड़,बेटे ने दर्ज कराई FIR
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