अंबेडकरनगर: केंद्र सरकार ने हर घर शुद्ध पानी पहुंचाने के उद्देश्य से अमृत योजना को धरातल पर उतारा था, लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते यह साकार होता नहीं दिखाई दे रहा है। अभी भी नगर के आधे से ज्यादा वार्डों में जलनिगम पानी नहीं पहुंचा सका है, जबकि घरों में शुद्ध पानी पहुंचाने के नाम पर कार्यदायी संस्था करोड़ों रुपये खर्च करने का दावा कर रही है। नगर पालिका अकबरपुर में जल निगम को 12 से अधिक ओवरहेड टैंक और 20 पंप समेत 200 किलोमीटर की पाइपलाइन बिछानी थी। करीब 60 करोड़ रुपये खर्च कर ओवरहेड टैंक और पंप तो बन गए, लेकिन अभी भी नासरिपुर बरवां, नेहरूनगर, गौसपुर, शिवबाबा समेत अन्य वार्डों के सैकड़ों घरों में पानी नहीं पहुंच सका है।
अमृत योजना की पाइपलाइन मुहल्ले में नहीं डाली गई है। इसके चलते घर से कुछ दूर लगे हैंडपंप से पानी भरकर लाना पड़ता है।गर्मी शुरू हो गई है। सरकारी समेत निजी नलों का जलस्तर नीचे जाने लगा है। नगर पालिका के अधिकारी कह रहे थे कि जल्द ही आप सभी के घरों तक अमृत योजना के तहत पाइप लाइन का शुद्ध पानी पहुंच जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।घरेलू कार्य निपटाने के लिए हैंडपंप ही सहारा है। घरों तक पाइप लाइन का पानी न पहुंचने से दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
अमृत योजना से करोड़ों खर्च, फिर भी घरों तक नहीं पहुंचा शुद्ध पानी
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