एकबार फिर जातीय भावना का शिकार हुआ कक्षा 4 का छात्र, जाति सूचक गाली के साथ बन्द कमरे में वीभत्स गुरु जी ने कि पिटाई।

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अंबेडकरनगर/ एकबार फिर जातीय भावना का शिकार हुआ कक्षा 4 का छात्र, जाति सूचक गाली के साथ बन्द कमरे में वीभत्स पिटाई की गुरु जी ने क्या ये जाति से ग्रसित मानसिकता के लोग कभी सुधर पाएंगे? क्या कुछ लोगों को अपने से नीचा मानने वाले कथित लोग कभी कुछ अच्छा कर पाएंगे? क्या ये सिलसिला ऐसे ही रहेगा चलता? क्या इसी तरह छोटी जातिओं के उपर अत्याचार होता रहेगा?समाज,देश की तस्वीर बनाने वाले गुरुओं का छ्त्रों के प्रति ऐसा ही आचरण रहेगा।? आखिर कब तक विद्यालयों में भी अपनी तुच्छ मानसिकता के चलते छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड होता रहेगा? इतने प्रश्नों के पीछे के कारणों को स्पष्ट करना और उस समझने की एक पँक्ति ही काफी है, और वो है की “मैं सबसे बड़ी जाति का हूँ और मेरी जाति का कार्य मेरे कर्तव्यों से ऊपर है” मामला अंबेडकरनगर जिले के शिक्षा क्षेत्र भियाँव के ग्राम पंचायत नसीरपुर के प्राथमिक विद्यालय का है जँहा पर एक अनुसूचित जनजाति (वनवासी) मुहसर जाति के बच्चे को विद्यालय के कक्षा में बंद करके अध्यापकों द्वारा जातीय भावना से पिटाई की गयी गलती इतनी सी साथी बच्चे की, कि विद्यालय प्रांगण में खेल रहे बच्चों के बीच से गयी गेंद स्कूल की दीवार से टकराने के बाद गेंद उठाने की थी। विद्यालय में कार्यरत अध्यापक रमेश, बृजेश और एक महिला अध्यापक ने मिलकर बच्चे की पिटाई कर दी पिटाई की वीभत्सता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की बच्चा सही तरीके से मुँह नहीं खोल पा रहा है। पिटाई के बाद बच्चा घर चला आया पिता को सूचना मिलने पर पिता ने अध्यापकों के खिलाफ प्रार्थना पत्र दे दिया है। भाउक पिता ने कहा इसके पहले भी एक बार मेरे बच्चे की पिटाई मास्टर साहब ने कर दी थी। पूरा मामला विस्तार से समझें अम्बेडकर नगर के शिक्षा क्षेत्र भियांव के ग्राम पंचायत चैनपुर नसीर पुर में प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाला कक्षा चार का छात्र रवि वनवासी पुत्र विकास वनवासी 6 मार्च 2023 को रोज की भांति पढ़ने गया था.समय करीब 11 बजे दिन में रवि स्कूल के बच्चों के साथ क्रिकेट खेल रहा था गेंद जाकर विद्यालय की दिवार से टकरा गयी तो रवि बनवासी गेंद लेने गया इसपर विद्यालय में कार्यरत अध्यापक बृजेश, रमेश, व एक महिला अध्यापक ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मुसहर की जाति पढ़ने आये हो कहकर कमरे में बन्द कर मारे पीटे और घर भेज दिये. बच्चे ने आपबीती अपने घर वालों को बताया. मजदूरी करने गये पिता को सूचना मिलते ही जैतपुर थाने जाकर तहरीर देकर न्याय की गुहार लगायी हैँ. रवि व उसके पिता ने बताया की दस से 15 दिन पहले भी एक बार मार चुके हैँ जिससे करीब सात आठ सौ रूपये की दवा करा चुका हूँ। अब देखना ये है की जैतपुर थाना क्या कार्यवाही करता है या ये मामला ऐसे ही ठंढे बस्ते में डाल दिया जाता है।

स्ट्रिंगर रिपोर्ट अंबेडकरनगर

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