अम्बेडकरनगर।
पतंजलि योग समिति भारत स्वाभिमान संगठन के 25 वर्ष पूरे होने पर त्रिमूर्ति नगर, अकबरपुर स्थित जिला कार्यालय पर बैठक किया गया। तत्पश्चात यज्ञ और हवन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और योग की तमाम विधाओं पर चिन्तन और मन्थन करने के साथ योग और स्वास्थ्य के विविध पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। आयुर्वेद और एलोपैथिक चिकित्सा के प्रभावों और दुष्प्रभावों पर भी चर्चा किया गया।
जिला प्रभारी मूलपाणि ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा योग थैरोपी को मान्यता प्रदान किया गया है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिये योग थैरोपी आवश्यक है। एलोपैथिक चिकित्सा मानव शरीर को नुकसान पहुंचाता है, तमाम प्रकार के दुष्प्रभाव हो जाते हैं लोगों को किन्तु योग थैरोपी में इसका कोई खतरा नहीं है। कार्यक्रम के दौरान सीनियर और जूनियर स्तर पर बच्चों की योग प्रतियोगिता कराने का निर्णय सर्व सम्मत से लिया गया। मौके पर मौजूद आगन्तुकों और संगठन से जुड़े लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया।कार्यक्रम में शिरिश बाला जी, रीता, नरसिंह नारायण, सप्तऋषि, विकास योगी, कृष्ण कुमार आर्य, सुबोध, कृष्ण कुमार, सरिता, शैलेन्द्र, अनिल, राम जनम, द्विग्विजय, आर्यापरि, बसंत, दिलीप, सिद्धार्थ सहित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रमुखता से हिस्सा लिया।