गाजीपुर/गाजीपुर जिला में माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली से प्राप्त निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर के तत्वाधान में आज दिनांक 13.08.2022 को प्रातः 10ः00 बजे जनपद न्यायालय गाजीपुर में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर सुरेन्द्र सिंह- II जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप-प्रज्ज्वलित कर लोक अदालत का उद्घाटन किया गया। राकेश कुमार. VII नोडल अधिकारी, लोक अदालत गाजीपुर एवं श्रीमती कामायनी दूबे, पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर, द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण हेतु नियत वादों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की गयी। इस अवसर पर सचिव ने बताया कि लोक अदालत से न्याय के क्षेत्र में क्रान्ति आई है और लोगो में विधिक जागरूकता भी बढ़ी हैं। उनके द्वारा माननीय जनपद न्यायाधीश के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत के प्रचार प्रसार हेतु किये गये प्रयासों के बारे में संक्षेप में जानकारी दी गयी तथा सामान्य अदालत एवं लोक अदालत में अन्तर को विस्तार से बताया गया। इस अवसर पर माननीय जनपद न्यायाधीश महोदय द्वारा वृक्षारोपण किया गया तथा वादकारियों को शुद्ध पेयजल के लिए पंजाब नेशनल बैंक के सौजन्य से आर0ओ0 का उद्घाटन माननीय जनपद न्यायाधीश द्वारा किया गया। ”आजादी का अमृत महोत्सव“ के अन्तर्गत देश की आजादी की 75वीं वर्षगॉठ पर संचालित महाअभियान ”हर घर तिरंगा“ के अवसर पर जनपद न्यायालय गाजीपुर के परिसर से रैली निकाली गयी जो लोक निर्माण विभाग गाजीपुर, विकास भवन गाजीपुर से होते हुए जनपद न्यायालय गाजीपुर में समाप्त हुई। इस अवसर पर सुरेन्द्र सिंह- II जनपद न्यायाधीश गाजीपुर, चन्द्र प्रकाश तिवारी, स्पेशल जज (SC/ST, P.A. Act.) गाजीपुर, संजय कुमार यादव-प्ए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कक्ष संख्या-3, गाजीपुर, शरद कुमार चौधरी, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी गाजीपुर, घनश्याम शुक्ला, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी गाजीपुर, कामायनी दूबे, पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर, पूजा, सिविल जज (जू0डि0) गाजीपुर, शाम्भवी न्यायिक मजिस्ट्रेट गाजीपुर, एकता सिंह अपर सिविल जज (जू0डि0) कक्ष संख्या-11 गाजीपुर व मिताली सोनकर अपर सिविल जज (जू0डि0) कक्ष संख्या-16 गाजीपुर व न्यायालय के कर्मचारीगण सम्मलित हुए। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 97161 मामले निस्तारण हेतु नियत किये गये थे, जिसमें से सुलह समझौतें एवं संस्वीकृति के आधार पर कुल 85720 वाद अंतिम रूप से निस्तारित किये गये। राजस्व विभाग आदि के 10722 मामले, विभिन्न न्यायालयों द्वारा 9191 मामले तथा बैंक एवं अन्य विभाग द्वारा कुल 65807 मामले निस्तारित किये गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 99519203/- रू0 की धनराशि के संबंध में आदेश पारित हुआ। दीवानी न्यायालय द्वारा कुल 38596293/- रू0 के संबंध में आदेश पारित किया गया तथा राजस्व न्यायालयों एवं बैंक में कुल 60922910/-रू0 के संबंध में सुलह-समझौता हुआ।न्यायालय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा कुल 69 वाद निस्तारित किये गये व कुल-16120000/-रू0 की धनराशि के संबंध में आदेश पारित किया गया। प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय, गाजीपुर द्वारा 63 वाद निस्तारित किये गये जिसमें से 02 मामलों में पति-पत्नी में सुलह कराकर उन्हे न्यायालय से एक साथ विदा किया गया। जनपद न्यायालय गाजीपुर में फौजदारी मामलों में सबसे अधिक निस्तारण मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी शरद कुमार चौधरी द्वारा तथा दीवानी मामलों में सबसे अधिक निस्तारण सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग) स्वप्न आनन्द द्वारा किया गया। पूर्णकालिक सचिव महोदय द्वारा जनपद न्यायालय के कर्मचारीगण, अधिवक्तागण, मीडियाकर्मी तथा पुलिस एवं प्रशासन विभाग के प्रति अपना धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
जय प्रकाश चंद्रा,
सब ब्यूरो चीफ, गाजीपुर