चंदौली/जिले में सरकारी क्रय केंद्रों पर धान बेचने के बाद किसानों को अब भुगतान के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है। जिले में 19 हजार 273 किसानों का 135.15 करोड़ रुपया बकाया है। निजी एजेंसियों ने एक पखवारे पहले ही धान खरीद लिया, लेकिन अभी तक अन्नदाताओं के खाते में पैसा नहीं पहुंचा।
इसके कारण किसान जिला खाद्य व विपणन अधिकारी दफ्तर के चक्कर काटे रहे हैं। अधिकारी एक सप्ताह में भुगतान का दावा कर रहे हैं। इससे रबी फसलों के लिए खाद आदि के इंतजाम में दिक्कत हो रही है। वहीं घरेलू काम भी अटक गए हैं।
जिले में किसानों से धान खरीद की प्रक्रिया अक्टूबर से ही शुरू है। शुरूआत में किसानों को धान बेचने के लिए तमाम तरह की जद्दोजहद करनी पड़ी। बोरा, वेट मशीन समेत अन्य संसाधनों की कमी के चलते धान खरीद की प्रक्रिया बेपटरी रही। ऐसे में किसानों को क्रय केंद्र पर धान पहुंचाने के बाद इंतजार करना पड़ा। हालांकि अधिकारियों के संज्ञान लेने पर बाद में व्यवस्था पटरी पर आई। कई निजी एजेंसियों के केंद्र प्रभारियों व जिला प्रभारियों पर गाज गिरने के बाद धान खरीद में तेजी आई। किसानों का धान तो खरीद लिया गया लेकिन भुगतान अटक गया।
साजु थॉमस, के मास न्यूज़, चन्दौली