जमीनी विवाद में बरसात के पानी का वजह बना कर महिला को बुरी तरह पीटा

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जौनपुर/सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम खजुरा गांव में पुरानी रंजिश के कारण जमीनी विवाद को लेकर बरसात के पानी को वजह बना कर दबंगो ने बुरी तरीके से महिला को पीटा दिया घर से बेदखल करने की धमकी पुलिस भी नहीं कर रही कार्रवाई जिसके कारण बढा दबंगो का मन आए दिन रोज घटना का अंजाम होता रहा पीड़ित महिला अब आत्महत्या करने पर मजबूर
आपको बताते चलें कि थाना सराय ख्वाजा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम खजुरा पीड़िता रीता देवी पत्नी प्रेमचंद आए दिन दबंग व्यक्ति व पुलिस की मिलीभगत के कारण नाइंसाफी का शिकार बन रही है पीड़िता का कहना है कि घटना दिनांक 20 जुलाई 2022 को शाम की गंभीर बारिश के कारण पीड़िता के घर पर चारों तरफ का पानी इकट्ठा हो जाने पर पीड़िता ने रास्ते पर पानी को हटाया दबंग अरविंद कुमार अनिल कुमार पुत्र सुखराम ने पीड़िता को पानी में पटक कर मारेपीटे तथा पीड़िता का कहना है कि अनिल कुमार ने फावड़ा खींचकर पीड़िता को मारा लेकिन पीड़िता बाल बाल बची पीड़िता रीता देवी ने भाग कर अपने घर में गई और 1076 नंबर 112 नंबर पर कॉल किया लेकिन गंभीर बारिश होने के कारण पुलिस की सुरक्षा प्रदान नहीं की गई दूसरे दिन शाम को पुलिस मौके पर पहुंचकर डांट फटकार कर मामले को शांत कराया जैसे ही पुलिस रीता देवी के घर से वापस चली जाती है तुरंत फिर दबंगों के द्वारा रीता को ईट पत्थर उसके घर पर मारते हुए जान से मारने की नीयत से दौड़े रीता देवी अपना जान बचाकर गांव के बाहर भागी और 112 1076 और एसपी जौनपुर के द्वारा पीड़िता के बात करने पर भी पुलिस पीड़िता की सहायता हेतु नहीं पहुंची क्योंकि दबंग व्यक्ति बार-बार धमकी देते हैं कि थाने से तुम कुछ नहीं कर सकती मैं तुम्हें जान से मार दूंगा अपना जगह जमीन घर छोड़कर तुम निकल जाओ पीड़िता का कहना है कि 5 महीनों के अंतराल पीड़िता को कई बार पीटा गया जिसकी सूचना पीड़िता ने सराय ख्वाजा थाने पर दिया तो एरिया दरोगा के द्वारा पीड़िता को ही मुजरिम बना कर 5 महीने के अन्दर तीन बार 151 के चालान में भेज दिया गया जिसके द्वारा पुलिस के नाइंसाफी के कारण पीड़िता आत्महत्या करने पर मजबूर हो गई हैंआज दोषी के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही ना होने पर दबंगों का मन बढ़ चुका है और पीड़िता का घर में रहना बहुत मुश्किल हो चुका है अगर ऐसे ही शासन-प्रशासन नजरअंदाज करते रहे और चाटुकारिता के बल पर पीड़ित की आवाज को ना सुने तो कभी भी पीड़िता के साथ अप्रिय घटना हो सकती है जिसका जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगा देर रात्रि को ग्राम प्रधान के द्वारा किसी तरीके पीड़िता घर पर लौटी और भय का माहौल उसके अंदर बना हुआ है। पीड़िता कभी भी किसी भी वक्त दबंगों के द्वारा अप्रिय घटना का शिकार बन सकती हैं।

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