आजमगढ निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा बाजार में फरिहा से मोहम्मदपुर जाने वाले रोड पर खुले में कट रहे मुर्गा मछली व बकरी के मांस दोपहर के बाद से ही बाजार वासियों को सांस लेना दूभर हो जाता है जहां कोरोना वायरस को लेकर साफ-सफाई से लेकर तमाम तरीके की सतर्कता को अपनाया जा रहा है वही मीट कारोबारियों द्वारा खुले में मांस काटकर बेच आ जाना और बचे हुए अवशेषों को बगल में ही फेंक देना दुर्गंध का कारण बना हुआ है जिससे आने जाने वाले राहगीरों महिलाओं सहित बाजार वासियों दुकानदारों को काफी दुश्वारियां झेलना पड़ रहा है बाजार निवासी सोनू विश्वकर्मा ने बताया कि कई बार प्रयास किया जा चुका है कि मांस को काटने के बाद उसके बचे हुए अवशेषों को नहर के किनारे ले जाकर गड्ढा बनाकर अवशेषों को गड्ढे में दबा दिया जाए लेकिन एक-दो दिन के बाद फिर व्यवस्था जस की तस हो जाती है जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है बाजार के दुकानदारों खेद व्यक्त करते हुए उच्च अधिकारियों से इस समस्या से निजात पाने के लिए गुहार लगाई
फरिहा बाजार में फरिहा से मोहम्मदपुर जाने वाले रोड पर खुले में कट रहे मुर्गा मछली व बकरी
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