शुद्ध पानी पीने के लिये आज प्रकृति और मानव में एक प्रतियोगिता देखने को मिल रही जिसका जिम्मेदार स्वत: मानव समाज ही है, पानी को बचाना भी हमारा कर्तव्य होना चेहिये लेकिन पानी को बचाने के लिये शुद्ध पानी देने वालें संयत्रों की ही अनदेखी होने लगी है|
आजमगढ़ के फूलपुर नगरपंचायत के अन्तर्गत जगह जगह लगे हैण्डमार्का नल केवल शोपीस ही तरह खडे़ दिख रहे हैं|
एक तरफ जहां शुद्धता की होड़ लगी है वहीं फूलपुर में सरकारी हैण्डपम्पों की उपेक्षा हो रही है|
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