लखनऊ :भारत में कोराना वायरस (Coronavirus) के लगातार बढ़ रहे खतरे को देखते हुए इन दिनों पूरा देश लॉकडाउन (Lockdown) कर दिया गया है. इसी कड़ी में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा है कि प्रदेश के कारागारों में बंद करीब 11,000 बंदियों को 8 सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत पर तत्काल रिहा किया जाएगा. इसमें 8500 विचाराधीन और 2500 सिद्धदोष बंदी शामिल हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से सभी से अपील की है कि सभी लोग अपने घरों में रहे. जिससे कोरोना संक्रमण से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि सभी लोग लॉकडाउन का पालन करें. वहीं शनिवार को मुख्यमंत्री ने हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उड़ीसा, लद्दाख के साथ दक्षिण में केरल, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ के साथ पूर्वोतर के राज्यों में भी नोडल अधिकारी तैनात किए हैं. जो लोग दूसरे राज्यों में हैं, वहां कारोबार और नौकरी कर रहे हैं, वे नोडल अधिकारियों से संपर्क कर हर तरह की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिन देशों ने लापरवाही बरती है, वहां की स्थिति बहुत ही नाजुक है. इसलिए सभी से मेरी अपील है कि जो जहां हैं, वहीं रहें. उन्हें उनके घर तक हर तरह की सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी. इसके लिए मैं और मेरी टीम 24 घंटे कार्य कर रही है.
उधर, लोकभवन में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर समस्त प्रदेशों में राज्य विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष, अपर मुख्य सचिव गृह/कारागार व महानिदेशक कारागार की एक कमेटी का गठन किया गया था. इस कमेटी द्वारा विचार विमर्श के बाद राज्य में बंदियों को पैरोल पर छोड़ने का फैसला किया गया है.