आजमगढ़ /निजामाबाद :- फूलपुर कोतवाली पुलिस के द्वारा आरोपियों से मिलकर पुरानी रंजिश को लेकर पत्रकार के विरोध संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने के खिलाफ पत्रकारों ने की बैठक
बता दें कि 06 सितम्बर2019 को प्राथमिक विद्यालय फूलपुर (उदारपुर) में अध्यापकों द्वारा बच्चों से झाड़ू लगवाया जा रहा था ग्रामीण द्वारा सूचना देने पर क्षेत्रीय पत्रकार सन्तोष जयसवाल ने प्राथमिक विद्यालय पहुंचकर बच्चों की फोटो निकालने लगे तभी अध्यापक राधेश्याम यादव, जिरुलहक व सन्तोष यादव ने कुछ दबंग लोगों के साथ जाकर पत्रकार सन्तोष जयसवाल से अभद्र व्यवहार व भद्दी भद्दी गालियां देने लगे और मारने के लिए दौड़ा लिए जिसपर सन्तोष जयसवाल ने डायल 100 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी जहाँ पुलिस ने कहा की आप थाने चल कर कोतवाल जी से बताए जब पत्रकार थाने पहुँचे तो कोतवाल ने अध्यापकों से साठ गाँठ कर आनन फानन में पत्रकार के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। पत्रकार के संग अभद्रता करने व फर्जी मुकदमा लिखकर जेल भेजने की घटना से आक्रोशित हो कर क्षेत्र के सभी पत्रकारों ने ज्ञान चन्द पाठक के अध्यक्षता में सरायमीर प्रेस कार्यालय पर बैठकर एक आवाज़ में पुलिस की इस नापाक हरकत पर नाराजगी जाहिर की और शासन प्रशासन से मांग की है कि उच्चधिकारियों द्वारा सम्पूर्ण धटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर उचित कार्यवाही की जाए *जिला मीडिया प्रभारी मनोज कुमार* ने कहा कि जहां केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा पत्रकारों से अभद्र एवं उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने और हर तरह की सुरक्षा प्रदान करने की बात कही जा रही है वहीं पुलिस के द्वारा पत्रकारों के ऊपर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है। पत्रकार तलहा के द्वारा कहा गया कि पत्रकारों के ऊपर हो रहे उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा इसकी लड़ाई न्याय मिलने तक हर स्तर पर की जाएगी । वरीष्ठ पत्रकार अबुल बशर ने बताया कि इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक से बात हुई है जिसको उन्होंने जल्द से जल्द जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो सभी पत्रकार मिलकर आखिर तक अन्याय के विरुद्ध लड़ाई लड़ी जाएगी। इस मौके पर क्षेत्र के सभी पत्रकारों ने उपस्थित होकर समर्थन किया ।