प्रयागराज जसरा रेलवे फाटक पर जाम के कारण बीमार महिला की मौत

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प्रयागराज :-मनवता को शर्मसार कर देने वाली घटना जहां घूरपुर थाना क्षेत्र के जसरा कस्बे में लगे ट्रैफिक जाम में देखी गयी,जहां जाम के कारण समय पर अस्पताल न पहुच पीने के कारण इलाज के अभाव में एक प्रसूता महिला की अस्पताल पहुंचते-पहुंचते मौत हो गई | जसरा बाजार में जहां प्रतिदिन रेलवे फाटक के पास घंटो जाम की स्थिति बनी रहती है वही पहले निकलने की होड़ में बेतरतीब खड़े होने वाले वाहनों की वजह से मरीजों को ले जाने वाली एंबुलेंस भी ट्रैफिक जाम में फंस जाती हैं | जब कि लोग एंबुलेंस को भी रास्ता नहीं देते है क्योंकि घंटों से जाम मे फंसे हुए लोग पहले निकलने की फिराक में लगे रहते हैं, जिसके कारण मरीजों को ले जाने वाली एंबुलेंस रास्ता ना पाने के कारण घंटे 2 घंटे जाम में ही फंसी रहती है | जिसके कारण एंबुलेंस मे ले जाए जा रहे मरीजों की इलाज के अभाव में कभी कभी जान चली जाती है | कुछ ऐसी घटना बीती रात देर रात देखने को मिली जहां ट्रैफिक के जाम की वजह से बारा थाना क्षेत्र के पिपरावं निवासी प्रसूता महिला सुशीला देवी चौहान उम्र 25 वर्ष पत्नी बृजेश चौहान की मौत हो गयी | परिजनो के द्वारा बताया गया कि सुबह सामुदायिक स्नास्थ्य केन्द्र जसरा मे प्रसूता ने एक बच्चे को जन्म दिया था और सीएचसी की महिला चिकित्सक के द्वारा बच्चे के जन्म के 2 घंटे बाद ही प्रसूता महिला को घर जाने की इजाजत दे दी थी | किंतु घर पहुचने के बाद अचानक महिला की तबीयत बिगड़ गई घरवाले आनन-फानन में महिला को लेकर के जसरा सीएचसी इलाज के लिये घर से निकले लेकिन जसरा में लगे ट्रैफिक जाम में फस जाने के कारण परिजन एक चारपाई की ब्यवस्था करके महिला को चारपाई पर ही लाद करके दो किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल इलाज के लिये पहुचे पर समय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं पहुंच पाने के कारण इलाज के अभाव मे महिला की मौत हो गई | वही 108 एम्बुलेंस के चालक महिपाल गुर्जर के द्वारा बताया गया कि वह प्रति दिन इस रास्ते से हो कर गुजरता है और हर दिन एम्बुलेंस मे मरीज होने के बाद भी घंटों जाम में फंसा रहता है लेकिन लोग हैं कि एंबुलेंस को भी रास्ता नहीं देते जिसके कारण कई मरीजों की समय पर अस्पताल में पहुंच पाने के कारण इलाज के अभाव में रास्ते मे ही उनकी मौत हो जाती है,लेकिन लोग है कि एंबुलेंस को भी रास्ता नहीं देते जिसके कारण कई मरीजों की समय पर अस्पताल में पहुंच पाने के कारण इलाज के अभाव उनकी मौत हो जाती है |लोग को केवल अपनी फिक्र होती है जबकि जसरा कस्बे में सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा आधा दर्जन निजी अस्पताल भी जिससे मरीजों का आना जाना निरंतर लगा रहता हैं।