पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम हजारों की संख्या में पद यात्रा कर पहुंचे संकल्प भूमि

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वडोदरा/गुजरात – 23 सितंबर 1917 को ही पारसी धर्मशाला से निकाले जाने के बाद सियाजी पार्क में रात काटी थी संविधान निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर. क्योंकि बाबा साहब के साथ भेदभाव इतनी उच्च शिक्षा के बावजूद भी उनको कमरे से बाहर कर दिया गया था ,बाबा साहब ने इसी भूमि पर बैठकर यह संकल्प लिया कि मैं इतना पढ़ा लिखा होने के बावजूद मेरे साथ इस तरह से भेदभाव हो रहा है अगर इस पर विचार नहीं करूंगा तो और इसमें परिवर्तन नहीं हुआ तो आने वाली पीढ़ियां बहुत ही दुर्दशा में होगी इसलिए बाबा साहब ने बड़ोदरा के इस भूमि पर यह संकल्प लिया की मै अपना पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित करता हूं ,और समाज में व्यवस्था को परिवर्तित करुंगा,इस संकल्प दिवस पर हजारों लोगों ने पैदल यात्रा निकाल कर बाबा साहब के संकल्प को याद किया ,पैदल यात्रा के माध्यम से पूरे देश में मैसेज देने का कार्य कर रहे हैं ताकि लोग इस संकल्प भूमि को करीब से जाने बाबा साहब के संघर्षों को जाने बाबा साहब के बलिदान को जाने और अपने जीवन में परिवर्तन ला सके

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